बुधवार, 22 जुलाई 2009

जय बजरंग बली
भाई राजमणि ने पूरा हनुमान चालीसा ही ब्लॉग पर दे दिया यह इस बात का सबूत है कि हमारा ब्लॉग सचमुच लोकमंगलकारी है। और बजरंगबली की छत्र-छाया में खूब फलेगा-फूलेगा। आज बंबई से एक पुराने मित्र ने अपनी प्रतिक्रया दी है,बहुत अच्छा लगा साथ ही मैंने उनसे अनुरोध किया कि वे हमारे लिए कुछ लिखें। सतना सो वंदना अवस्थी ने ङी णेरे हालचाल पूछे हैं,मैं उनसे भी कहना चाहूंगा कि वो सुरेशनीरवजीमेलव्लॉगस्पॉटडॉटकॉम पर लोकमंगल से मेरा ब्लॉग जरूर देखा करें। आज मधु चतुर्वेदी ने हनुमानजी की तस्वीर भी पोस्ट की है और अरविंद पथिक की भी पोस्ट है,हंसजी और मकबूलजी भी हाजिर हैं,यानी मामला चकाचक है। सभी को कर्नल विपिन चतुर्वेदी की याद आ रही है,वह कहां है,पूछा जा रहा है,कृपया जल्दी हाजिर हों। चलिए फिर मिलेंगे। अभी सूर्यग्रहण के असर को देखेंगे।जय लोक मंगल..
पं. सुरेश नीरव

1 टिप्पणी:

राकेश 'सोहम' ने कहा…

आपके ब्लॉग से जब भी
रूबरू होता हूँ
ऊर्जा से भर जाता हूँ.
अब बात ग्रहण की कुछ यों हुई है कि
"दो प्यार करने वालो से लोग जलते हैं,
तरह-तरह की बातें किया करते हैं,
जब चाँद और सूरज का होता है मिलन,
तो 'नीरव जी'
उसे भी लोग ग्रहण कहा करते हैं ?
[] राकेश 'सोऽहं'