शनिवार, 10 मई 2008

काव्य-कुरकुरे

काव्य-कुरकुरे
कुरकुरी कविताएं
काव्य-काकटेल
कॉकटेल-कविता
कविता की पौं-पौं
पंडित का पोथा

2 टिप्‍पणियां:

समय चक्र ने कहा…

ओह क्या बात है बढ़िया लघु कविता लगी लिखते रहिये आभार

Surakh ने कहा…

आपका पुरा परिचय नहीं मिल पाया, खैर,कविताये आपकी अच्छी लगी।
धन्यवाद